प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं। उन्होंने राज्यसभा में अपने संबोधन में ‘सबका साथ, सबका विकास’ मॉडल पर बात करते हुए कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला.
उन्होने कहा कांग्रेस से ‘सबका साथ-सबका विकास’ की अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती होगी. कांग्रेस पार्टी ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, झूठ, तुष्टिकरण आदि का घालमेल था. कांग्रेस के मॉडल में फैमिली ही सर्वोपरि है. उनके रोडमैप में भी ये शूट नहीं करता. ये उनकी सोच-समझ के बाहर है क्योंकि जब इतना बड़ा दल, एक परिवार को समर्पित हो गया है, तो उसके लिए ‘सबका साथ-सबका विकास’ संभव ही नहीं है.
पीएम मोदी ने बताया कि हमारी सरकार ने SC और ST एक्ट को मजबूत बनाकर दलित और आदिवासी समाज के सम्मान और सुरक्षा के संबंध में अपनी प्रतिबद्धता भी दिखाई है. तीन दशकों से दोनों सदनों के सभी दलों के ओबीसी सांसद सरकार से ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे. इसे बार-बार नकारा गया.
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘कांग्रेस डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर से नफरत करती थी, इसकी पुष्टि के लिए कई दस्तावेज हैं. कांग्रेस ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि डॉ. अम्बेडकर को दो बार चुनावों में हार मिले. उन्होंने कभी भी उन्हें भारत रत्न के लिए नहीं माना. इस देश के लोगों ने देश के लिए बाबा साहब के योगदान का सम्मान किया है और आज कांग्रेस को नाखुश होकर ही सही, ‘जय भीम’ कहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.