वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शनिवार को फिर हिंसा भड़क गई। हिंसक भीड़ ने पीट-पीटकर पिता-बेटे की हत्या कर दी। इनकी पहचान हरगोविंद दास और चंदन दास के रूप में हई है। अपराधियों पर धारदार हथियार से वार कर हत्या का आरोप लगाया गया है. यह घटना शनिवार को शमशेरगंज में घटी. इलाके में बड़ी संख्या के साथ पुलिस बल तैनात है।
मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद एक बार फिर से हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने सड़कों पर खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। मामला उस वक्त और भी ज्यादा बिगड़ गया जब उपद्रवियों ने पुलिस वाहन को निशाना बनाकर पथराव किया। भीड़ के तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने कहा कि हिंसा की घटनाओं में कथित संलिप्तता के सिलसिले में अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि छापेमारी जारी रहने के कारण यह संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाये रखने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को लेकर मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के बाद लोगों से शांति बरतने की अपील की है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए सभी धर्मों के लोगों से एकजुट रहने को कहा और हिंसा से दूर रहने के लिए भी कहा. ममता ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार वक्फ कानून का समर्थन नहीं करती, उन्होंने कहा कि वक्फ कानून के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है. जो इस इसका विरोध कर रहे हैं उन्हें केंद्र सरकार से जवाब मांगना होगा.ममता ने अपने संदेश में लिखा कि हर इंसान की जान कीमती है और धर्म के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मों के लोगों से निवेदन करती हूं कि वे शांति बनाए रखे. जो लोग हिंसा को भड़का रहे हैं, वही समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं.
ममता बनर्जी पर गिरिराज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘जब मांझी ही नाव डुबाए, तो कौन बचाएगा?’ उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में बार-बार हो रही घटनाएं हिंदुओं के ‘पलायन’ की आशंका को जन्म दे रही हैं। मुर्शिदाबाद में बार-बार हो रही हिंसाएं देश को झकझोर रही हैं और ममता सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘ममता बनर्जी को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह चाहती हैं कि हिंदू बंगाल छोड़ दें?’ गिरिराज सिंह का दावा है कि बंगाल की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि हिंदू खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर कहा, “वक्फ बिल में सभी संवैधानिक प्रक्रियाओं को व्यवस्थित तरीके से पूरा करने के बाद, पहले यह बिल संसद में आया और फिर JPC के पास गया। JPC ने इस पर बहुत विस्तार से चर्चा की, फिर दोनों सदनों ने इसे पारित किया और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून बना। लेकिन फिर भी कुछ लोग इसमें राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं। यह दुखद है कि ऐसा सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही क्यों हो रहा है, यह अपने आप में सवाल खड़ा करता है कि ममता बनर्जी की राजनीति भविष्य में पूरे भारत के लिए चुनौती बनने की ओर बढ़ती दिख रही है…”
भाजपा नेता आर.पी. सिंह ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर कहा, “वे(ममता बनर्जी) साफ-साफ क्यों नहीं कह रही हैं कि ये गलत है। वे राज्य की गृह मंत्री हैं, उनके पास इंटेलिजेंस है। उनके लोग खुद ये सब करवा रहे हैं, सरकार खुद इसमें लिप्त है… दिख रहा है कि ये सब सरकार की मर्जी से हो रहा है, ममता बनर्जी को जवाब देना होगा। वे अपनी वोट बैंक की राजनीति में सब हदें पार कर रहे हैं।
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर कहा, “हम हिंसा के पूरी तरह खिलाफ हैं। ये लड़ाई देश के मुसलमानों की नहीं है, ये देश के संविधान की लड़ाई है। जिस तरह से वक्फ कानून लाकर संविधान को रौंदा गया, उन्होंने(भाजपा) आंशिक रूप से संविधान को रौंदा है… मैं सभी से अपील करूंगा कि विरोध करें लेकिन ऐसा कुछ न करें जो संविधान के खिलाफ हो… कानूनी सीमाओं में रहकर विरोध करें, कानूनी सीमाओं को न तोड़ें। भाजपा वह पार्टी है जो सबसे ज्यादा कानून व्यवस्था बिगाड़ती है… ये इस देश की खूबसूरती है कि यहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाई-भाई की तरह रहते हैं लेकिन ये उस भाईचारे को खत्म करना चाहते हैं…”