कानपुर के बिठूर थाना क्षेत्र अंतर्गत गंगपुर गांव, ग्राम सभा संभरपुर के ग्राम प्रधान के द्वारा सफाई ना करे जाने को आवाज उठाने पर समाज सेवी सुशील कुमार दुबे उर्फ भइयन दुबे को भारी पड़ गया है।
ग्राम प्रधान दीपक निषाद के द्वारा ग्राम में कार्य न कराए जाने को लेकर गांव के ही रहने वाले सुशील कुमार उर्फ भइयन दुबे ने जब यह आवाज उठाई तो, ग्राम प्रधान ने अपने रुतबे का फायदा उठाकर उल्टा ही समाजसेवी सुशील कुमार उर्फ भइयन दुबे पर पुलिस से मिलकर उसके खिलाफ ही प्रार्थना पत्र दे डाला। इसके साथ ही ग्राम प्रधान ने समाजसेवी सुशील कुमार उर्फ भइयन दुबे को फर्जी मुकदमों के साथ 50 हजार की रंगदारी मांगने के मुकदमे मे फसाने की धमकी दी है।
इसके पूर्व 21 दिन पहले ग्राम प्रधान दीपक निषाद एवं खण्ड विकास कार्यालय के उच्च अधिकारीगणों द्वारा साजिश कर 22 मई को अज्ञात प्राइवेट व्यक्तियों को भेजकर मुझे फंसाने के उद्देश्य से मेरे ही घर के आधे हिस्से में बाहर की नालियों में दवा डालने की बात कही और दवा डाली, जब मैंने विरोध किया तो कहा कि उच्च अधिकारियों ने आपके लिये तो मशीन भेजी है। मैंने कहा कि यह तो गलत है. पूरे गाँव में दवा पढ़नी चाहिए। फिर मैंने इसके वीडियो बनाए, जो मेरे पास है,यह कार्य मेरे घर में इस कारण से कराया गया कि मेरी छवि क्षेत्र में खराब हो जाये और ये लोग मुझे फंसा सके। और 2 दिन गाँव में केवल फागिंग की थी।जिसमें प्रधान जी द्वारा अपनी फेसबुक आई०डी० से गाँव में सालों बाद फागिंग किये जाने की बात का वीडियो डाला गया है। प्रार्थी एक सामाजिक व्यक्ति है जो ग्रामवासियों के हर सुख एवं ग्राम के विकास हेतु प्रयासरत रहता है।
प्रार्थी के परिवार व प्रार्थी को ग्राम प्रधान व उसके सहयोगियों द्वारा लगातार 50,000 /- रूपये महीने की मांग की जा रही है। ना देने पर प्रार्थी एवं उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। ग्राम प्रधान द्वारा क्षेत्र में विकास कार्य ना कराकर खण्ड विकास कार्यालय, कल्यानपुर कानपुर नगर के अधिकारियों द्वारा मिली भगत कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। कुछ लोगों द्वारा मुझे झूठे फर्जी गम्भीर मुकदमों में फंसाकर जीवन बरबाद करने की धमकी दी जा रही है और मुझे मानसिक व सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
आज मैं पुलिस कमिश्नर से निवेदन करने आया हूं कि उक्त प्रकरण की जाँच कराकर उक्त विपक्षीगणों के विरूद्ध मुदकमा पंजीकृत कराने करने की कृपा करें जिसकी मैंने मांग की ही।वहीं पुलिस कमिश्नर ने भी जांच कर करवाई आश्वासन दिया है।। इसके साथ ही मेरे द्वारा माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, नगर आयुक्त महोदय कानपुर नगर को भी प्रार्थना पत्र के द्वारा मामले से अवगत कराया है।