पहलगाम आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बयान काफी चर्चा मे है। खड़गे ने मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर को ‘छोटी सी युद्ध कार्रवाई’ बताया।
कर्नाटक में समर्पण संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने पहलगाम आतंकी हमले से तीन दिन पहले खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद अपना कश्मीर दौरा रद्द कर दिया था। खड़गे ने कहा- पीएम मोदी कश्मीर इसलिए नहीं गए, क्योंकि इंटेलिजेंस एजेंसियों ने उन्हें वहां जाने से मना किया था।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कश्मीर में 26 लोग इसलिए मारे गए क्योंकि मोदी सरकार ने वहां पर्यटकों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई। मोदी कश्मीर नहीं गए क्योंकि खुफिया एजेंसियों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया था। आपने (केंद्र सरकार ने) पर्यटकों से वहां (पहलगाम) न जाने को क्यों नहीं कहा? अगर आपने उन्हें बताया होता, तो 26 लोगों की जान बचाई जा सकती थी और यह छोटा सा युद्ध।
ऑपरेशन सिंदूर के खौफ मे पाकिस्तान
22 अप्रैल से शुरू हुआ जब पाकिस्तान मे बसे आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 बेगुनाह लोगो को मौत के घाट उतार दिया।पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत भी कहा चुप बैठने वाला था फिर हुआ ये की बदला लेने के लिए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और सफल भी हुआ, भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान के 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे।
भारत के हमले से बौखलाकर पाकिस्तान ने भारत के कई शहरों पर मिसाइलों और ड्रोन्स से हमला करना शुरू कर दिया, जिन्हें भारत ने बड़े ही आसानी से नाकाम कर दिखाया। और जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों और कई एयरपोर्ट पर सटीक-सटीक हमले करते हुए उन्हें तबाह कर शमशान बना दिया। हालांकि इसके बाद दोनों देशों मे सीजफायर की सहमति बन गई लेकिन भारत के कड़े कदम से पाकिस्तानी सरकार के साथ सेना में खौफ का माहौल है, पाक फिर भी अपनी बिना पैर वाली बयानबाजी से पीछे नहीं हट रहे। इसी बीच भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है,
कांग्रेस सांसद और विदेश मामलों पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा, “…हमने भारत-फ्रांस द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती, आर्थिक, राजनीतिक, सामरिक, सैन्य सभी पहलुओं पर बहुत मजबूत और सकारात्मक चर्चा की। हमने भविष्य के क्षितिज के बारे में भी सकारात्मक बातचीत की। इसके अलावा, फ्रांसीसी आगंतुकों ने पहलगाम पर हाल ही में हुए आतंकवादी हमले और उसके बाद की हमारी कार्रवाइयों के मद्देनजर भारत की स्थिति के लिए मजबूत समर्थन व्यक्त किया। हमारी समिति ने उस समर्थन की बहुत सराहना की। इसके अलावा, मैं उन्हें अपने सहयोगी रविशंकर प्रसाद से मिलवाने में सक्षम था, जो भारत से एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे… इसलिए, इन सभी उद्देश्यों के लिए यह एक अच्छी बैठक थी… रविशंकर प्रसाद ने राफेल की प्रशंसा हमारे घनिष्ठ सहयोग के प्रतीक के रूप में की… सैन्य कार्रवाइयों पर कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई…”
ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर आतंकवाद के खिलाफ भारत के पक्ष को रखने के लिए विभिन्न देशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की ब्रीफिंग संपन्न हुई। प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और JDU सांसद संजय कुमार झा ने कहा, “पहलगाम की घटना को पाकिस्तान द्वारा वित्तपोषित आतंकवाद द्वारा अंजाम दिया गया जिसके बाद भारत ने आतंकवादियों के 9 ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाया। पाकिस्तान की सरकार और आर्मी के द्वारा ही आतंकवाद को वित्तपोषित किया जाता है, इसे बढ़ावा दिया जाता है… आगे अगर ऐसी कोई आतंकी गतिविधि भारत की धरती पर होती है तो इसे एक्ट ऑफ वॉर(युद्ध की कार्रवाई) माना जाएगा… दुनिया के बहुत से देशों ने भारत का समर्थन किया है।