छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में 21 मई बुधवार की सुबह सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 27 नक्सलियों को मार गिराया है। 20 के शव और हथियार बरामद कर लिए गए हैं। मारे गए नक्सलियों में 1.5 करोड़ का इनामी बसवा राजू भी शामिल है। वहीं फायरिंग में DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) का एक जवान शहीद हो गया है। जबकि एक घायल है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के बोटेर में नक्सलियों का पोलित ब्यूरो सदस्य और नक्सल संगठन का महासचिव बसवा राजू मौजूद है। इसी आधार पर फोर्स को रवाना किया गया था। अबूझमाड़ के बोटेर पहुंचते ही जवानों पर नक्सलियों ने फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों के इस ऑपरेशन को प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने बड़ी कामयाबी बताया है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अबूझमाड़ क्षेत्र में बुधवार की सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई. नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र के माड़ डिवीजन में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर जिला रिजर्व गार्ड डीआरजी (DRG) नारायणपुर, डीआरजी (DRG) दंतेवाड़ा, डीआरजी (DRG) बीजापुर और डीआरजी (DRG) कोंडागांव के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए रवाना किया गया।
दक्षिण बस्तर के डीआईजी कमलोचन कश्यप ने बताया कि नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिलों की स्थानीय DRG इकाइयां ऑपरेशन में शामिल हैं, जिन्हें क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति की गहरी जानकारी है। सूत्रों के मुताबिक इस मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी शीर्ष नक्सली बसव राजू भी मारा गया है। कई अन्य बड़े नक्सली नेताओं के भी मारे जाने की खबर है। मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। माड़ के दुर्गम इलाके में बुधवार सुबह से ही सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण गोलीबारी जारी थी। इस अभियान को एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है, खासकर अबूझमाड़ जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जहां उनका मजबूत गढ़ माना जाता है। इस सफलता से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगने की उम्मीद है।
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इस ऑपरेशन में कई नक्सली कमांडरों के मारे जाने की संभावना जताई है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर, सुकमा और बीजापुर में डीआरजी के जवानों ने साहस दिखाया है, वह सराहनीय है। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कई बार बता चुके हैं कि केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त हो जाएगा। इसके बाद से महाराष्ट्र, आंध्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह ने 21 मार्च को एक बयान में कहा था कि हमारा मकसद नक्सलवाद को खत्म करना हैं. उन्होंने कहा, “टेक्नोलॉजी के जरिए नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं. 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का खात्मा हो जाएगा।