मथुरा से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां रविवार दोपहर करीब 12 बजे गोविंद नगर शाहगंज फाटक पर कच्ची सड़क पर मिट्टी का टीला धंसक गया, इससे उस बने 6 मकान भरभरा कर गिर गए। अबतक 3 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया है। और करीब 12 से 13 लोगों के अभी भी दबे होने की खबर है।
सूचना मिलते ही प्रशासन राहत कार्य में जुटा है, पुलिस प्रशासन की टीम ने जेसीबी व अन्य मशीनों के जरिए राहत बचाव कार्य अभी भी जारी है, मृतकों की पहचान तोताराम (38), दो सगी बहनें यशोदा (6) और काव्या (3) के तौर पर हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
प्राप्त जानकारी के अनुसार सटीले के चारों तरफ कई दिन से दीवार का निर्माण किया जा रहा था, ताकि वर्षा में मिट्टी ने धंसके लेकिन अचानक टीला धंसक गया, गोविंद नगर क्षेत्र में शाहगंज दरवाजे के पास टीले की मिट्टी धंस जाने से उस पर बने कई मकानों के हिस्से गिर गए इससे वहां काम कर रहे कई मजदूर मलबे में दब गए हैं, जिसमें 3 लोगो की मौत हो चुकी है कई लोगों के अभी फंसे होने की आशंका है, पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए राहत और बचाव कार्य शुरू किया, मौके पर डीएम चंद्र प्रकाश सिंह और एसएसपी श्लोक कुमार मौके पर हैं।
मथुरा के एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया, “गोविंद नगर थाना क्षेत्र के मसानी इलाके में कच्ची सड़क पर एक इमारत थी। हमें सूचना मिली कि वही इमारत ढह गई है। मौके पर अग्निशमन विभाग की टीम बचाव कार्य कर रही है। एक व्यक्ति को बचा लिया गया है। उसे निगरानी में रखा गया है और उसकी हालत अभी स्थिर है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें काम कर रही हैं…हमें केवल एक इमारत के ढहने की सूचना मिली है।
जिला मजिस्ट्रेट सीपी सिंह का कहना है, “हम उस जगह पर मौजूद हैं जहां इमारत गिरी है। अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं…एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। फायर ब्रिगेड और नगर निगम की टीमें बचाव कार्य कर रही हैं…हम बाद में कारणों की जांच करेंगे, फिलहाल बचाव कार्य ज्यादा जरूरी है। हम इस इमारत में फंसे लोगों की तलाश कर रहे हैं।