सोमवार दोपहर को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के कई गांवों में भारी बारिश के साथ शक्तिशाली ओलावृष्टि हुई, जिससे सेब के बागों और खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा, जिससे क्षेत्र की फलों पर निर्भर अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा।इमामसाहिब, नागबल, हंडाव और वादीपोरा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, क्योंकि किसानों ने फसल बीमा योजना को तत्काल लागू करने का आग्रह किया है।
आपको बता दें सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में इमामसाहिब, नागबल, हंडाव, वादीपोरा और आसपास के कई गांव शामिल हैं, जहां स्थानीय किसान असहाय होकर देखते रहे कि कैसे ओलों ने उनके पेड़ों को नुकसान पहुंचाया और समय से पहले फल नहीं लगे, जिससे अच्छी फसल की उम्मीदें टूट गईं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि ओलावृष्टि इतनी तेज थी कि इसने पेड़ों से पत्ते उखाड़ दिए और छोटे सेब बर्बाद हो गए। हमें भारी नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों ने इस अचानक मौसम की घटना को हाल के वर्षों में सबसे खराब घटनाओं में से एक बताया और सरकार तथा उपराज्यपाल प्रशासन से नुकसान का आकलन करने तथा प्रभावित किसानों को तत्काल राहत प्रदान करने की जोरदार अपील की।
विशेष रूप से, किसानों और बागवानों ने अधिकारियों से फसल बीमा योजना को जल्द से जल्द लागू करने का आग्रह किया है, उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि इस तरह के समर्थन के बिना, बार-बार होने वाली मौसम संबंधी आपदाएँ उनकी आजीविका के लिए अस्तित्व का खतरा पैदा करती हैं।
जिला अधिकारियों से आने वाले दिनों में नुकसान की सीमा का आकलन करने के लिए क्षेत्र का आकलन करने की उम्मीद है। हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर कश्मीर के कृषि क्षेत्र में जलवायु लचीलापन और सुरक्षात्मक तंत्र की तत्काल आवश्यकता को उजागर किया है।