गुजरात के अहमदाबाद में हुए प्लेन हादसे ने देश के हर एक नागरिक को झकझोर कर रख दिया है, यह हादसा इतना भयानक था जिसे देख सभी की रूंह कांप गई, विमान मे बैठे यात्रियों को क्या पता था की ये मेरी आखिरी यात्रा होगी, इस घटना में 241 लोगो की मौत हो गई।
रिपोर्ट के मुताबिक ये हादसा अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर की एक इमारत पर हादसा हुआ, हादसे के कुछ ही पल बाद एक बड़ा धमाका हो गया, धमाका इतने था जिसमे किसी को भी भागने का मौके नही मिल सका, और लोग चपेट मे आ गए। लेकिन इस हादसे में मानों जैसे की एक चमत्कार भी हुआ, प्लेन मे 242 लोग सवार लोगो में 241 लोगो की मौत हो गई और 1 व्यक्ति की ऐसी किस्मत देख सभी दंग रह गए है। हादसे में प्लेन के इकलौते जीवित बचे यात्री रमेश विश्वास कुमार ने बताया कि उन्हें आज भी विश्वास नहीं होता कि वे कैसे जिंदा बचे। रमेश विश्वास कुमार ने बताया कि मुझे विश्वास नहीं होता कि मैं कैसे जिंदा बाहर निकला। शायद दरवाजा टूटा और सीट के साथ ही नीचे गिर गया। मुझे कुछ याद नहीं था।
बता दें रमेश विमान की 11A सीट पर बैठे थे और हादसे के बाद वे खुद पैदल चलकर घटनास्थल से बाहर निकले। बता दें कि इस विमान हादसे में कुल 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई है। और वे बच गए, बता दें रमेश कुमार इस समय अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। विमान में जान बचने वाले रमेश विश्वास कुमार से पीएम मोदी ने मुलाकात की और हालचाल जाना। दोनों के बीच करीब 10 मिनट बातचीत हुई। इसके बाद रमेश ने डीडी न्यूज से बात करते हुए बताया कि पीएम ने हादसे के बारे में विस्तार से पूछा और उनका हाल जाना।
ये सब बहुत तेजी से हुआ…
रमेश कुमार ने आपबीती बताई,”मैं विमान से कूदा नहीं था बल्कि सीट समेत विमान से बाहर आ गया था. उड़ान भरने के 30 सेकेंड बाद एकदम तेज आवाज हुई और फिर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया , ये सब बहुत तेजी से हुआ. कुछ समझ नही आया। ऐसा लग रहा था जैसे प्लेन कहीं अटक गया हो. फिर अचानक लाइटें जलीं और कुछ ही पल में प्लेन तेजी से आगे बढ़ा और अचानक जोर की टक्कर हुई. ये सब इतनी तेजी से हुआ कि किसी को कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला.”
दरअसल एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI-171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन boeing 787 dreamliner plane) अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। 1:38 पर प्लेन ने उड़ान भरी और 2 मिनट बाद ही गुरुवार दोपहर 1.40 बजे क्रैश हो गई। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। एक यात्री जिंदा बचा है। 241 लोगों की मौत हुई है।