पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबाड़ी में 26 मार्च को दो गुटों के बीच हुई हिंसा मामले में 34 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना के बाद इलाके में इंटरनेट बंद है। पूरे इलाके में फोर्स की तीन कंपनियां तैनात की गई हैं। वहीं कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक को हिंसा पर कार्रवाई रिपोर्ट दाखिल करने के लिए निर्देश दिया है।
कलकत्ता हाईकोर्ट ने जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक से तीन अप्रैल तक हिंसा पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है. अदालत ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सावधानी से काम करने के निर्देश दिए हैं. कोर्ट ने कहा कि राम ईद और नवमी को ध्यान में रखते हुए, धारा 144 लागू नहीं की जाएगी. लेकिन पुलिस और प्रशासन ने संदेश फैलाया है कि कोई भी बड़ा जमावड़ा नहीं होने दिया जाएगा। कोर्ट ने कहा कि मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए यह अपेक्षा की जाती है कि राज्य को सतर्कता से काम करना चाहिए तथा ऐसी हिंसा से प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। वहीं इस मामले पर राज्य की मंत्री और स्थानीय टीएमसी (TMC) विधायक सबीना यास्मीन ने कहा, “हमने अभी समुदायों और समूहों के बीच शांति बैठक पूरी की है। बैठक के बाद हमें पूरा भरोसा है कि स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इंटरनेट निलंबन के बावजूद, आगामी ईद, रामनवमी उत्सव और नवरात्र के मद्देनजर धारा 144 (निषेधाज्ञा) लागू नहीं की गई। मंत्री ने कहा, “रामनवमी और ईद के त्यौहार के कारण यह निर्णय लिया गया था कि धारा 144 नहीं लगाई जाएगी। लेकिन पुलिस और प्रशासन ने यह संदेश फैला दिया है कि किसी भी बड़ी भीड़ को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

मालदा जिले के मोथाबारी क्षेत्र और आसपास के इलाकों में दो समुदायों के बीच झड़प का मामला सामने आया है। इसके बाद इस मामले में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रसाशन आगे की जांच कर रही है, वहीं पुलिस महानिरीक्षक राजेश यादव ने बताया कि राज्य सशस्त्र पुलिस और आरएएफ की तीन कंपनियां कालियाचक ब्लॉक के संवेदनशील इलाकों में निगरानी रख रही हैं। उन्होंने कहा, “हमारे लोग लगातार पूरे इलाके पर नियंत्रण करने की प्रयास कर रहे हैं और पुलिस टीम दस्ते बाजारों समेत पूरे इलाके में घूम रहे हैं। इसके अलावा मालदा पुलिस ने ‘एक्स’ पर लिखा…अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ छापेमारी और गिरफ्तारी के अलावा, प्रशासन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों में रणनीतिक रूप से पुलिस पिकेट लगाए गए हैं। पोस्ट में कहा गया है कि किसी भी अप्रिय स्थिति का तत्काल जवाब देने के लिए मोबाइल फोन यूनिट सक्रिय हैं, साथ ही पुलिस की मौजूदगी को मजबूत बनाने के लिए बलों को तैनात किया गया है। इस हिंसा के बाद जिला पुलिस ने कहा, “24 घंटे गश्त जारी है और अशांति पैदा किए जाने की आशंका के बारे में किसी भी सूचना पर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने कहा कि जिले में सीएपीएफ की तैनाती नहीं की गई है। पुलिस ने कहा, “अब तक 6 मामले दर्ज किए गए हैं और हिंसा मामले में 34 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है।। स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में कड़ी पुलिस निगरानी जारी है।” स्थानीय लोगों के अनुसार, बुधवार शाम को एक धार्मिक जुलूस के एक पूजा स्थल से गुजरने के बाद गुरुवार को उपद्रव शुरू हुआ। हिंसा के कारण उपद्रवियों ने कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की. आग लगा दी गई. कई लोगों के साथ मारपीट भी हुई।

हिंसा पर किसने क्या कहा!
हिंसा के बाद राज्य बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने एक्स पर पोस्ट किया, दक्षिण मालदा के मोथाबारी से भयानक दृश्य, हिंदू घरों और दुकानों को एक हिंसक भीड़ ने निशाना बनाया. तोड़फोड़ की. ममता की मूक दर्शक वेस्ट बंगाल पुलिस क्या कर रहे हैं?
वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘ममता बनर्जी का प्रशासन प्रभावित हिंदू दुकानदारों और उनके परिवारों को उनके नुकसान का आकलन करने और उनकी मदद करने से क्यों रोक रहा है? इलाके में भारतीय दंड संहिता की धारा 163 क्यों लगाई गई है?
भाजपा नेता अमित मालवीय ने लिखा- दक्षिण मालदा के मोथाबारी में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी… – जानलेवा मुस्लिम भीड़ सड़कों पर उत्पात मचा रही है, बिना किसी उकसावे के हिंदुओं के घरों, दुकानों और कारों पर हमला कर रही है। इस बीच, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी लंदन में इधर-उधर घूम रही हैं, उन्हें अपने देश में मची अराजकता से कोई मतलब नहीं है।
विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने लिखा- बंगाल में मालदा के मोथाबाड़ी में देखिए आज जिहादियों का नंगा नाच… सैकड़ों की संख्या में पूर्वनियोजित तरीके से जिहादी झुंड ने किस प्रकार हिंदूओं की दुकानों, घरों व अन्य प्रतिष्ठानों को चुन-चुनकर निशाना बनाया, हमले किए और स्थानीय शासन प्रशासन व सरकार मूक दर्शक बन तमाशा देखती रही…
मालदा हिंसा पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “मैं वहां जा रहा हूं। आज मैं हावड़ा से ट्रेन लूंगा और आज रात तक मालदा पहुंच जाऊंगा। कल सुबह मैं मोथाबारी जाकर प्रभावित लोगों से मिलूंगा और उनकी सुरक्षा में सहायता करूंगा। पिछले दो दिनों से मैं और मेरी टीम, भाजपा नेताओं के साथ मिलकर इस पर काम कर रहे हैं। मैंने अमित शाह के कार्यालय से बात की है और मैंने व्यक्तिगत रूप से राज्यपाल से भी बात की है…”