श्रीनगर, सुरक्षा बलों ने 16 मई शुक्रवार को कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद कई सुरक्षा एजेंसियों द्वारा त्वरित और समन्वित प्रतिक्रिया के कारण पिछले दो दिन यानि की 48 घंटों में शोपियां और पुलवामा जिलों में 6 आतंकवादियों को मार गिराया गया।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वी के बिरदी ने अवंतीपोरा में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी आतंकी हमले के बाद ऐसे अभियान महत्वपूर्ण होते हैं और पहलगाम की घटना ने पूरे दक्षिण कश्मीर में गहन तलाशी और खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान शुरू कर दिया है। कहा कि आतंकवादियों को घाटी के किसी भी हिस्से में सुरक्षित पनाहगाह नहीं मिलने देंगे, वे जहां भी छिपे होंगे, उनका पीछा करेंगे; “आतंकवाद विरोधी ऐसे अभियानों की सफलता के लिए जनता का समर्थन जरूरी है
उन्होंने कहा, “ये अभियान तुरंत शुरू किए गए और विश्वसनीय इनपुट पर आधारित थे। सुरक्षा एजेंसियों के बीच सहयोग और तेजी से अनुवर्ती कार्रवाई ने सुनिश्चित किया कि इसमें शामिल आतंकवादियों को तेजी से ट्रैक किया गया और उन्हें बेअसर कर दिया गया।” सेना की विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल धनंजय जोशी ने कहा कि आतंकवादी जहां भी छिपने की कोशिश करेंगे, चाहे वे ऊपरी जंगली इलाकों में हों या नागरिक आवासीय इलाकों में, उन्हें ट्रैक करके खत्म कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ये दोनों ऑपरेशन एक-दूसरे से अलग थे और केलर इलाके में एक ऑपरेशन ऊपरी इलाके में था और यह कठिन इलाके को देखते हुए बहुत चुनौतीपूर्ण था, जबकि त्राल में यह एक आवासीय इलाके में था और सभी नागरिकों को सुरक्षित निकालने के बाद ऑपरेशन चलाया गया।उन्होंने कहा, “हम आतंकवादियों को घाटी के किसी भी हिस्से में सुरक्षित पनाहगाह नहीं बनाने देंगे। हमारी प्रतिबद्धता स्पष्ट है- वे जहां भी छिपे होंगे, हम उनका पीछा करेंगे। उन्होंने कहा कि मारे गए 6 आतंकवादियों में से एक शाहिद कुट्टे दो बड़े हमलों में शामिल था, जिसमें एक जर्मन पर्यटक पर हमला भी शामिल था।
सीआरपीएफ के महानिरीक्षक मितेश ने भी जोर देकर कहा कि स्थानीय आबादी के समर्थन और सहयोग के बिना ये ऑपरेशन संभव नहीं होंगे। उन्होंने जनता से अपना सहयोग जारी रखने और समय पर सूचना देकर सुरक्षा बलों की मदद करने की अपील की। उन्होंने कहा, “ऐसे आतंकवाद विरोधी अभियानों की सफलता के लिए जनता का समर्थन बहुत जरूरी है। हर सूचना मायने रखती है। हमारा उद्देश्य न केवल आतंकवाद को बेअसर करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि क्षेत्र में स्थायी रूप से शांति बनी रहे।”