पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार कोई न कोई अहम कदम उठा रहा है। जिससे पडोसी मुल्क पाकिस्तान मे खलबची मची हुई है इसी बीच पाकिस्तान ने आईएसआई (ISI) चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक नई कमान सौंपी गई है दरअसल असीम मलिक को पाक का एनएसए नियुक्त किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक माना जा रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत की निर्णायक प्रतिक्रिया के मद्देनजर ही पाकिस्तान ने ये बड़ा फैसला किया है. पहलगाम हमले के बाद से ही भारत के मजबूत इरादे ने पाकिस्तान की रातों की नींद और चैन को उड़ा दिया है वो लगातार इस हमले के बाद से बैकफुट पर नजर आ रहा है. जहां एक तरफ भारत से उसे करारा जवाब मिलने का डर सता रहा है वहीं दूसरी तरफ इस हमले के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में भी उसकी काफी किरकिरी हो रही है.
जानकारी के मुताबिक असीम मलिक को सितंबर 2024 में आईएसआई (ISI) का प्रमुख बनाया गया था और अब उन्हें एनएसए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यह अपॉइंटमेंट 29 अप्रैल 2025 को हुई थी, लेकिन मीडिया में नोटिफिकेशन 30 अप्रैल 2025 को आधी रात जारी किया गया। बता दें अप्रैल 2022 में मोईद यूसुफ के बाद से पाकिस्तान में कोई NSA नहीं था। इस अपॉइंटमेंट के बाद असीम मलिक के पास अब दो जिम्मेदारियां (ISI चीफ और NSA) होंगी। हालांकि इससे पहले 30 अप्रैल 2025 को भारत सरकार ने NSA बोर्ड (NSAB) का नए सिरे से गठन किया है। रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (R&AW, रॉ) के पूर्व प्रमुख आलोक जोशी को इसका नया चेयरमैन बनाया गया। भारत सरकार के फैसले के बाद, अब NSAB में 6 सदस्य भी होंगे। इनमें आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के पूर्व अफसर हैं। साथ ही पूर्व डिप्लोमैट और पूर्व IPS अफसर को भी इसमें शामिल किया गया है।यह फैसला PM मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक में हुआ। NSAB राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय को इनपुट देगा।
जम्मू–कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बाद पीएम मोदी ने सख्त लहजे में कहा था कि भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें ट्रैक करेगा और फिर उन्हें सजा देगा। पीएम मोदी ने मंगलवार को शीर्ष रक्षा अधिकारियों से कहा कि पहलगाम हमले पर भारत की प्रतिक्रिया के तरीके, लक्ष्य और समय पर निर्णय लेने के लिए सशस्त्र बलों को ‘खुली छूट’ है।
पाकिस्तान को है भारत के हमले का डर
पाकिस्तान के अताउल्लाह तरार ने बीते दिन अपनी एक पोस्ट में कहा, पाकिस्तान के पास विश्वसनीय खुफिया जानकारी है कि भारत पहलगाम घटना में शामिल होने के निराधार और मनगढ़ंत आरोपों के बहाने अगले 24 से 36 घंटे में पाकिस्तान मुल्क पर हमला कर सकता है। इस क्षेत्र में न्यायाधीश, जूरी और जल्लाद की भारत की स्वयंभू अहंकारी भूमिका लापरवाहीपूर्ण है और इसका जोरदार तरीके से खंडन किया जाता है। पाकिस्तान खुद आतंकवाद का शिकार रहा है और इस संकट के दर्द को सही मायने में समझता है। हमने दुनिया में कहीं भी इसे और इसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में इसकी हमेशा से ही निंदा की है। एक जिम्मेदार देश होने के नाते, पाकिस्तान ने सच्चाई का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों के एक तटस्थ आयोग द्वारा एक विश्वसनीय, पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की खुले दिल से पेशकश की। दुर्भाग्य से, तर्क के मार्ग पर चलने के बजाय, भारत ने स्पष्ट रूप से तर्कहीनता और टकराव के खतरनाक रास्ते पर चलने का फैसला किया है, जिसके पूरे क्षेत्र मे और उससे आगे के लिए खतरनाक विनाशकारी परिणाम होंगे। पाकिस्तान फिर दोहराता है कि भारत द्वारा किए गए किसी भी सैन्य दुस्साहस का निश्चित और निर्णायक तरीके से जवाब दिया जाएगा।