थाइलैंड की ओपल सुचाता चुआंगश्री ने मिस वर्ल्ड 2025 का ताज अपने नाम कर लिया है। ओपल सुचाता ने ये कारनामा मात्र 21 साल की उम्र में कर दिया है। वो थाईलैंड की ओर से पहली मिस वर्ल्ड बनी हैं। प्रतियोगिता में मिस इथियोपिया फर्स्ट रनर-अप रहीं, मिस पोलैंड तीसरे स्थान पर और मिस मार्टीनिक चौथे स्थान पर रहीं। 108 देशों की कंटेस्टेंट्स में से इन 4 को टॉप पर चुना गया।

दरअसल 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का फिनाले हैदराबाद के हिटेक्स एग्जीबिशन सेंटर में शनिवार को हुआ। थाईलैंड की सुंदरी ओपल सुचाता चुआंगश्री ने 21 साल की उम्र में मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब अपने नाम किया।

भारत की नंदिनी गुप्ता बेहतरीन प्रदर्शन के साथ टॉप-20 तक पहुंचने में कामयाब रही थीं। वो टॉप-8 में जगह नहीं बना सकीं। हालांकि मिस वर्ल्ड 2025 में नंदिनी गुप्ता ने टॉप मॉडल का टाइटल हासिल किया है। मिस वर्ल्ड 2024 रहीं क्रिस्टीना पिस्जकोवा ने अपना ताज ओपल सुचाता को पहनाया। इथियोपिया फर्स्ट रनर-अप रहीं, मिस पोलैंड तीसरे स्थान पर और मिस मार्टीनिक चौथे स्थान पर रहीं।
मिस वर्ल्ड खिताब हासिल करने के बाद ओपल सुचाता चुआंगश्री ने भावुक होकर कहा- ये मेरी निजी जीत नहीं बल्कि उन युवा लड़कियों की भी जीत है, जो दिखना, सुनना और बदलाव करना चाहती हैं। इस लीगेसी को रिप्रजेंट करने और मिस वर्ल्ड के इस समय में असल बदलाव लाने के लिए गर्व महसूस कर रही हूं।

कौन है ओपल?
आपको बता दें इस प्रतियोगिता में दुनिया भर से 108 प्रतिभागियों ने भाग लिया था जिसमें ओपल ने सभी को पीछे छोड़ 72वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया, इस कॉम्पटीशन को जीत कर अपने देश का नाम रोशन किया है. ओपल की शिक्षा की बात करें तो उन्हें साइकोलॉजी और मनुष्य जाति का विज्ञान में दिलचस्पी है.

मिस वर्ल्ड वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ओपल सुचाता चुआंगश्री का जन्म वर्ष 2003 मार्च में फुकेत शहर में हुआ. फिलहाल वे थाईलैंड में अंतरराष्ट्रीय मामलों की पढ़ाई कर रही हैं. अभी वे 21 साल की है, 16 साल की उम्र में ही वे एक गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम से जूझने के बाद थाईलैंड की महिलाओं के बीच स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम करना शुरू कर दिया था. आपको बता दें साल 2024 में भी ओपल ने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया था. इसमें उन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया था. बात करें भारत की नंदिनी गुप्ता की तो वे इस प्रतियोगिता में टॉप 20 में पहुंचने में सफल रहीं, लेकिन अफसोस कि वे फाइनल राउंड में अपनी जगह नहीं बना सकीं. हालांकि, यहां तक पहुंच कर भी नंदिनी ने अपने देश का नाम ऊंचा और रोशन जरूर किया है.