छत्तीसगढ़ के सुकमा मे सेना को बड़ी सफलता मिली है। सुकमा और दंतेवाड़ा जिले की सरहद पर शनिवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। DRG (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) और CRPF के 500-600 जवानों ने 16 नक्सलियों को मार गिराया। वहीं दो जवानों को भी हल्की चोटें आई हैं। इस ऑपरेशन की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चार साल में इस दुर्गम इलाकों में, जो कि नक्सलियों का गढ़ रहा है, वहां पर पहली बार सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेर कर मारा है.
बता दें सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ अभी भी जारी है. शुक्रवार (28 मार्च) को जिला रिजर्व गार्ड डीआरजी DRG और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल सीआरपीएफ (CRPF) द्वारा शुरू किए गए संयुक्त नक्सल विरोधी अभियान के दौरान गोलीबारी शुरू हुई थी. अधिकारियों के अनुसार सुकमा पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत केरलापाल इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान शुरू किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक सेना और नक्सलियों की मुठभेड़ के बाद जवानों ने इलाके से कई हथियार भी बरामद किया है. माना जा रहा है कि सुकमा जिले में मिली सफलता जवानों को अब तक की सबसे बड़ी कामयाबी मिली है. इतना ही नहीं नक्सल कमांडर डीवीसीएस (DVCA) जगदीश के भी मारे जाने की खबर सामने आ रही है। सुकमा में हुई नक्सली एनकाउंटर की सबसे बड़ी बात यह है कि करीब चार साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब नक्सलियों के इस गढ़ में जवानों ने यह एनकाउंटर किया है. कोर इलाके में पहली बार इतनी बड़ी तादाद में नक्सली मारे गए हैं. यह एनकाउंटर दरबा में हु़आ है. जवानों ने पहाड़ियों के बीच घेरकर इस बड़ी मुठभेड़ को अंजाम दिया है. नक्सलियों के सबसे दुर्गम इलाके में से एक केरलापाली कमेटी के सदस्य इस एनकाउंटर में मारे गए हैं. जवानों ने जहां ऑपरेशन चलाया को पूरा इलाका पहाड़ों से घिरा हुआ है. इस ऑपरेशन की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चार साल में इस दुर्गम इलाकों में, जो कि नक्सलियों का गढ़ रहा है, वहां पर पहली बार सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेर कर मारा है.

सुकमा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, जिला सुकमा के थाना केरलापाल क्षेत्र में माओवादियों के उपस्थिति की सूचना परब 28 मार्च को जिला सुकमा डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त पुलिस पार्टी नक्सल विरोधी सर्च अभियान में रवाना हुए हुई। अभियान के दौरान आज सुबह सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच रूक-रूक कर मुठभेड़ जारी है। मुठभेड़ स्थल और आस-पास क्षेत्रों की सुरक्षाबलों द्वारा सघन सर्चिंग जारी है। जवानों ने नक्सलियों को चारों तरफ से घेर रखा है। मुठभेड़ में डीवीसीएम केडर के नक्सलिक जगदीश के भी मारे जाने की खबर है। हाल ही में 25 लाख का नक्सली सुधाकर भी मार गिराया गया था। मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए हैं, जिन्हें सुकुमा के स्थानीय अस्पताल में लाया गया है। मुठभेड़ स्थल से जवानों को मौके से 10 से ज्यादा एके-47, इंसास राइफल, एसएलआर जैसे ऑटोमेटिक हथियार मिले हैं। इससे स्पष्ट होता है कि वहां पर नक्सलियों के बड़े लीडर जमा हुए थे। ऐसे में अन्य बड़े नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है। वर्तमान समय पतझड़ का चल रहा है। ऐसे समय में नक्सल एरिया में सर्चिंग करना जवानों के लिए काफी परेशानी का काम होता है। क्योंकि पतझड़ होने से नक्सलियों को जवानों के आने की जानकारी मिल जाती है। पत्तों के ऊपर जवानों के चलने से आवाज होती है। जिससे नक्सलियों को भनक लग जाती है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 16 नक्सलियों के मारे जाने के बाद कहा कि हथियार रखने वाले और हिंसा का सहारा लेने वाले बदलाव नहीं ला सकते, शांति और विकास ही ला सकते हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट लिख कहा कि नक्सलवाद पर एक और प्रहार! हमारी सुरक्षा एजेंसियों ने सुकमा में एक अभियान में 16 नक्सलियों को मार गिराया और स्वचालित हथियारों का एक बड़ा जखीरा बरामद किया। गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार 31 मार्च 2026 से पहले-पहले नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। हथियार रखने वालों से मेरी अपील है कि हथियार और हिंसा बदलाव नहीं ला सकते, शांति और विकास ही ला सकते हैं।
छत्तीसगढ़: सुकमा-दंतेवाड़ा मुठभेड़ पर बस्तर IG सुंदरराज पी ने कहा, “आज सुकमा-दंतेवाड़ा के सीमावर्ती इलाके में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई…16 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं…घटनास्थल से काफी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। सर्च ऑपरेशन जारी है। हमारे 2 जवान घायल हुए हैं और उनकी स्थिति सामान्य है…”सुकमा SP किरण चव्हाण ने कहा, “अभी तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए हैं। 2 जवान भी घायल हुए हैं…”
बता दें छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा-बीजापुर-नारायणपुर जिले की सरहद पर सुरक्षाबलों 25 मार्च को 3 नक्सलियों को मार गिराया। 3 शवों के साथ इंसास राइफल बरामद की गई हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी कि इलाके मे इंद्रावती नदी के पार भारी संख्या में नक्सलियों का जमावड़ा है।मुठभेड़ स्थल से AK, SLR, इंसास, 303,315 बोर, 12 बोर, भरमार हथियार और विस्फोटक सामान के साथ तीन नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं. दंतेवाड़ा एसपी (SP) गौरव राय ने की पुष्टि की थी. बता दें कि इससे पहले सुरक्षाबलों ने बीते गुरुवार को एक अभियान में बीजापुर और कांकेर में 30 नक्सलियों को ढेर कर दिया था।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा था, “हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है कि 31 मार्च 2026 तक सशस्त्र नक्सलवाद को बस्तर की धरती से समाप्त करेंगे। हमारे जवान सरकार की प्रतिबद्धता को पूरी मजबूती से अंजाम दे रहे हैं। नक्सलवादी मारे जा रहे हैं और बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं।” राहुल गांधी के बयान पर उन्होंने कहा, “देश की जनता जानती है कि देश का विभाजन किसने कराया, देश में जाति और धर्म की राजनीति किसने की। राहुल गांधी के झूठ और भ्रम में देश की जनता नहीं आने वाली।