महाराष्ट्र की राजनीति गलियारों मे सियासत गरमाई हुई है। उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की चर्चा पर एक बार फिर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया. उन्होने मीडिया के सवालों पर कहा कि मुझे ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ बनने में कोई दिलचस्पी नहीं है. बता दें ये बयान मनसे और शिवसेना यूबीटी के साथ आने की अटकलों के बीच आया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “मुझे ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ बनने में कोई रूची नहीं है। ये दो पार्टियां हैं, दो भाई हैं – उन्हें अपन-अपना काम तय करना है। एक बार जब वे अपना फैसला ले लेंगे, तो हम जवाब देंगे। तब तक, मीडिया को अटकलों की पतंग उड़ाने दें। मुझे इस पर प्रतिक्रिया क्यों देनी चाहिए?
फडणवीस ने आगे कहा कि मै एक बात स्पष्ट रूप से देख सकता हूं, हालांकि हम नहीं जानते कि उनके बीच कितनी वास्तविक बातचीत हो रही है, लेकिन मीडिया में निश्चित रूप से काफी सारी बातें हो रही हैं। इसलिए अभी के लिए, मैं कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। बता दें अप्रैल में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने फिल्म निर्देशक महेश मांजरेकर के यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शिवसेना-मनसे गठबंधन के बारे में इशारा किया था। उन्होंने तब कहा था, “हमारे विवाद और झगड़े बहुत छोटे हैं और किसी भी बड़े मुद्दे के लिए छोटे हैं, महाराष्ट्र बहुत बड़ा है।
राज ठाकरे ने 2006 में शिवसेना से अलग होकर मनसे बनाई थी। दो दिन पहले उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के साथ गठबंधन के संकेत दिए। उद्धव ने गठबंधन की अटकलों के बीच कहा था महाराष्ट्र की जनता जो चाहेगी, वही होगा। हालांकि, उद्धव ठाकरे ने इस सवाल को टाल दिया था कि क्या उनकी पार्टी और मनसे के बीच किसी तरह की बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के मन में कोई भ्रम नहीं है।