वाराणसी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है, यहां भोजूबीर इलाके में मंगलवार सुबह करंट से एक परिवार के 3 लोगों की मौत हाे गई। करंट की चपेट में पहले बहू आई, फिर पति और आखिर में ससुर की भी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
करंट से तीन लोगों की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। हादसे ने दो मासूम बच्चियों से उनके माता-पिता और दादा को छीन लिया। बेटे, पोते और बहू का शव देखकर दादी बेहोश हो गईं। स्कूल से पहुंची बच्चियां मां-बाप के शव के पास पहुंच कर जगाने लगीं। यह देखकर वहां मौजूद लोग रोने लगे। पड़ोसी युवक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों लोगों को हॉस्पिटल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया। फिर पुलिस नें तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया।
जानकारी के अनुसार, 28 वर्षीय बहू प्रीति जायसवाल नहाने के बाद लोहे की तार से बने हैंगर पर कपड़ा फैलाने के लिए गईं हुई थी। रात में आंधी से बिजली का तार टूटकर लोहे के तार पर गिरा हुआ था। जिससे गिला कपड़ा फैलाते ही महिला तार से चिपक गई। पत्नी को छटपटाता देखकर पति सोनू जायसवाल उसे करंट की चपेट से बचाने का प्रयास करने लगा, लेकिन वह भी चपेट में आ गया। बेटे और बहू को छटपटाता और चिल्लाता देख पिता राजेंद्र जायसवाल मौके पर पहुंचे लेकिन करंट ने उन्हें भी अपनी चपेट में ले लिया। करंट लगने से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार में अब मृतक सोनू की बीमार दादी, सोनू का मेंटल डिस्टर्ब बड़ा भाई और सोनू की दो बेटियां बची हैं।
हैरान कर देने बात यह है कि सोनू की बेटियां शिवांगी क्लास-2 और नैंसी एलकेजी में पढ़ती हैं। सोनू सुबह दोनों को स्कूल छोड़कर आया था। उनसे 12 बजे वापस आने का वादा किया था। लेकिन जब बच्चियां घर पहुंची और बच्चियां ने मम्मी-पापा को जमीन पर लेटे देख हैरान रह गई बच्चियों ने उन्हे जगाने की कोशिश की पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी। छोटी बेटी नैन्सी ने कहा- मम्मी आप सो रही हो। दूध लाओ, हम और दीदी आ गए। यह देखकर मौके पर मौजूद लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े। रिश्तेदार दोनों को लेकर बाहर चले गए। उन्हें समझाने लगे।
अर्दली बाजार निवासी राजेंद्र जायसवाल (60) का सब्जी मंडी के पास मकान है। परिवार में उनकी मां, दो बेटे दिनेश, सोनू जायसवाल (30), बहू प्रीति (28), सोनू की दो बच्चियां शिवांगी (6) और नैंसी (4) के साथ रहते थे। सोनू फास्ट फूड की दुकान चलाता था। उनकी पत्नी प्रीति घर पर रहती थीं। पिता राजेंद्र जायसवाल बेकरी की दुकान पर काम करते थे।