जम्मू कश्मीर के पहलगाम पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार देश के कई राज्यों में मॉक ड्रिल की तैयारी करा रहा है, इसी के चलते कई शहरों में आज आपातकाल से निपटने के लिए माक ड्रिंल की प्रैक्टिस करवाई जाएगी। कानपुर-9.30 से 10 बजे तक ब्लैकआउट रहेगा वहीं दिल्ली में रात 8 से 8.15 बजे तक ब्लैकआउट रहेगा।

कानपुर में ऑपरेशन ‘ब्लैक आउट’ की मॉक ड्रिल को सफल बनाने हेतु कमिश्नरेट कानपुर नगर द्वारा सभी थाना क्षेत्रों में व्यापक तैयारी की जा रही है, जिसमें ई-रिक्शा एवं अन्य संसाधनों के माध्यम से मोहल्लों और गलियों में साउंड बॉक्स द्वारा अनाउंसमेंट कर नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है, प्रशासन ने आमजन से सहयोग की अपील की है, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में सभी सुरक्षित रह सकें, वहीं इसी क्रम में जिलाप्रशासन, सिविल डिफेंस और अग्निशमन विभाग की टीमें शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर अभ्यास करवा रही हैं, नागरिकों को यह बताया जा रहा है कि यदि अचानक हवाई हमला हो जाए या युद्ध जैसी कोई स्थिति उत्पन्न हो, तो उन्हें किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और स्वयं के साथ अपने आस-पास के लोगों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित करनी है…उल्लेखनीय है कि भारत सरकार द्वारा बीती रात पाकिस्तान में की गई स्ट्राइक की देशभर में सराहना हो रही है, इस घटनाक्रम के बाद सरकार ने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास तेज़ कर दिए हैं, जिससे किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना प्रभावी ढंग से किया जा सके।
इन स्थानों पर अग्निसुरक्षा मॉकड्रिल
- बड़ा चौराहा, 2. डॉ. एसके सिंह चौराहा, लखनपुर, 3. अनुराग हाॅस्पिटल, शारदा नगर चौराहा, 4. संतनगर चौराहा, 5. मलिक गेस्ट हाउट, 6. रामादेवी चौराहा, बासमंडी चौराहा, 7. पाल चौराहा, 8. दबौली मोड़, 9. श्रीमुनि इंटर काॅलेज, गोविंद नगर, 10. यशोदा नगर इंटर काॅलेज पर अग्निसुरक्षा ड्रिल का आयोजन होगा।
इन स्थानों पर रेस्क्यू मॉकड्रिल
- मालवीय पार्क, कलक्टरगंज, 2. ट्रांसपोर्ट नगर, किदवई नगर, 3. शहीद चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज, पनकी।
क्या करें
- सभी लाइटें और बिजली के उपकरण तुरंत बंद करें – घर, दुकान, वाहन, मोबाइल की फ्लैशलाइट आदि।
- इनवर्टर व जनरेटर बंद करें ताकि बाहरी रोशनी समाप्त हो सके।
- खिड़कियों व दरवाज़ों के परदे बंद करें ताकि रोशनी बाहर न दिखे।
- वाहन चला रहे हों तो तुरंत किनारे लगाकर बंद कर दें, हेडलाइट और इंडिकेटर बंद रखें।
- सभी सदस्यों को एक जगह सुरक्षित रखें – विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों को।
- रेडियो, मोबाइल या अन्य माध्यमों से सरकारी निर्देश सुनते रहें।
- पड़ोसियों को भी सतर्क करें, विशेषकर अकेले रह रहे लोगों को।
- जरूरी दवाइयाँ और टॉर्च आदि सामान पहले से तैयार रखें।
क्या न करें
- ब्लैकआउट के दौरान किसी भी प्रकार की रोशनी जलाना -मोमबत्ती, टॉर्च, लाइटर आदि।
- बाहर निकलकर सड़क पर घूमना या शोर मचाना।
- वाहन चालू रखना या उसकी लाइट जलाना।
- अफवाहें फैलाना या भ्रामक जानकारी शेयर करना – सोशल मीडिया पर भी नहीं।
- बिना आवश्यक कारण के फोन कॉल करना – आपात सेवाओं की लाइन व्यस्त न करें।
- किसी भी संदिग्ध वस्तु को छूना या उठाना।
- सामूहिक रूप से इकट्ठा होना या भीड़ लगाना।
- सरकारी निर्देशों की अनदेखी करना।
उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट
पहलगाम में आतंकी हमले का जवाब देते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया और आतंकियों के नौ ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। इसके बाद उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया गया है। यूपी डीजीपी के एक्स पर जारी किए गए बयान में कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। यूपी पुलिस की सभी फील्ड इकाइयों को रक्षा बलों से समन्वय स्थापित करने एवं महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं। यूपी पुलिस सतर्क है, संसाधनों से लैस है और प्रदेश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
गृह मंत्रालय ने दिए थे निर्देश
गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई 2025 को मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए थे जिससे पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव के बीच इसे काफ़ी अहम माना जा रहा है इसी कड़ी में शाहदरा स्थित झिलमिल के ESI अस्पताल में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें दिल्ली पुलिस, सिविल डिफेंस, फायर डिपार्मेंट, एंबुलेंस सेवा और अस्पताल की मेडिकल टीम मौजूद रही, जिसका निरीक्षण विवेक विहार के SDM ने मौके पर रहे कर किया। मॉक ड्रिल में सर्वप्रथम सायरन बजाकर सूचना दी गई। जिसके बाद क्या-क्या तैयारी होनी चाहिए उसकी एक छवि दिखाई गई। विशेष रूप से सिविल डिफेंस के वालंटियर ने कई घायलों को एंबुलेंस में पहुंचाकर प्रथम उपचार के लिए मेडिकल टीम को सहयोग किया, इसमें दिल्ली पुलिस ने FIRST AID उपचार होने के बाद समय से घायलों को एंबुलेंस में पहुंचाने में मदद की। इस तरह कि मॉक ड्रिल पूरे देश में की गई और यह संदेश देने की कोशिश की गई कि अगर देश में किसी प्रकार की कोई अनहोनी या युद्ध की स्थिति हुई तो उससे लड़ने के लिए देशवासी तैयार है।