वक्फ संशोधन बिल 2 अप्रैल को प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12 बजे लोकसभा में पेश होगा। स्पीकर ओम बिरला ने इस पर 8 घंटे चर्चा का समय निर्धारित किया है। इसके बाद बिल लोकसभा में पास किया जाएगा। बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में विधेयक को पेश करने की जानकारी दी गई। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप भी जारी करेगी। पार्टी के सभी सांसदों को सदन में मौजूद रहना होगा।
बिजनेस एडवाइजरी कमेटी ने जब इस बात की जानकारी दी तब विपक्ष ने कहा कि चर्चा 12 घंटे होनी चाहिए। संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि बिल पर चर्चा का समय बढ़ाया जा सकता है। इस बीच वक्फ विधेयक को लेकर बयानबाजी जारी है और एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसे संविधान का उल्लंघन बताया। समाजवादी पार्टी (SP) सुप्रीमो और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि हम बिल का विरोध करेंगे, इसी बीच सीएम योगी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
समाजवादी पार्टी के नेता अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वक्फ संशोधन विधेयक बिल पर कहा, “…भारतीय जनता पार्टी हर जगह हस्तक्षेप करना चाहती है और भाजपा हर चीज पर अपना नियंत्रण करना चाहती है… भाजपा किससे क्या कहलवा दे, किससे क्या करवा दे, यह भाजपा का कमाल है।अखिलेश यादव ने आगे कहा कि हम बिल का विरोध करेंगे। बता दें वक्फ संशोधन बिल पर आज भी लोकसभा में हंगामा हुआ। प्रश्नकाल खत्म होते ही विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद स्पीकर ने कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
अखिलेश यादव ने कहा, “…भाजपा का इतिहास जिस तरह के फैसलों से भरा है, उससे जो परिणाम भाजपा चाहती थी वह नहीं आए। भाजपा का हर फैसला वोट के लिए होता है… समाजवादी पार्टी वक्फ बिल के खिलाफ है… वे(भाजपा) पूरा नियंत्रण अपने पास चाहते हैं… इस देश ने वह समय भी देखा है जब प्रशासन के गलत फैसले के कारण भारत की संस्कृति और भाईचारे के खिलाफ खाई पैदा की गई है… GST हो, नोटबंदी हो या अन्य फैसले हों, वह(भाजपा) लोगों से कुछ न कुछ छीनने का काम करते हैं। वक्फ के माध्यम वह यह संदेश देना चाहते हैं कि अपना वोट बैंक ठीक कर लें… वह कहते थे कि हम(विपक्ष) तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं, क्या वे(भाजपा) ईद पर किट बांटकर तुष्टीकरण नहीं कर रहे हैं?…”
वक्फ संशोधन बिल सीएम योगी ने कहा- हर अच्छे काम का विरोध होता है, इसी तरह वक्फ संशोधन विधेयक पर भी हंगामा हो रहा है, जो लोग इस मुद्दे पर हंगामा कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं…क्या वक्फ बोर्ड ने मुसलमानों का भी कोई कल्याण किया है? वक्फ सरकारी संपत्ति पर जबरन कब्जे का माध्यम बन गया है।
वक्फ संशोधन बिल पर किसने क्या कहां
- वक्फ संशोधन विधेयक पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, “वक्फ संशोधन विधेयक समाज की जरूरत है और देश का हर समाज ये चाहता है कि सरकार वक्फ संशोधन विधेयक लाए…ये हमारी संवैधानिक ड्यूटी है कि हम गरीबों के साथ खड़े रहे और इस बिल को लाए। जो लोग इसे असंवैधानिक कह रहे हैं ये वही लोग हैं जो तुष्टीकरण के नाम पर 2013 में इसमें संशोधन लाए और 1995 का कानून लेकर आए। आज इन्हें घबराहट इसलिए हो रही है क्योंकि इसका सभी समर्थन कर रहे हैं….देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ विजन को चुनाना चाहता है न कि तुष्टीकरण करने वाले नेताओं की नीति को।
- वक्फ संशोधन विधेयक पर भाजपा सांसद रवि किशन ने कहा, “वक्फ बिल गरीब मुसलमानों के फायदे के लिए है…उनके लिए स्कूल, कॉलेज बनेंगे और उनके लिए विभिन्न कार्य किए जाएंगे। ये गरीब मुसलमानों के लिए बिल आ रहा है
- वक्फ (संशोधन) विधेयक पर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, “हम वॉकआउट करके आए हैं..आज पूरा देश देख रहा है कि किस प्रकार से सदन में लोकतंत्र की आवाज को धीरे-धीरे कुचला जा रहा है।”
- आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर कहा, “सरकार अगर तैयार है तो हम भी तैयार है। JPC में विपक्ष के सांसदों और हम लोगों द्वारा जो शंकाएं जाहिर की गई थीं आज भी हम उसी बात पर खड़े हैं… हमें भरोसा है कि इस सरकार की कथनी और करनी में फर्क है… धार्मिक आजादी और धार्मिक क्षेत्र पर अतिक्रमण करने का काम सरकार का नहीं है… हम अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे।”
- वक्फ संशोधन विधेयक पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “ये वक्फ बिल असंवैधानिक है। ये बिल अनुच्छेद 14,25,26,29 का गंभीर उल्लंघन है। ये वक्फ बिल नहीं है बल्कि ये वक्फ बर्बाद बिल है….ये सब इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इसका एक ही मकसद है मुसलमानों से नफरत…जो बाते दूसरे समुदायों के लिए सही हैं वह यहां कैसे गलत हो सकते हैं?.
- वक्फ संशोधन विधेयक पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “…अगर सदन को लगता है कि चर्चा के लिए समय बढ़ाया जाना चाहिए, तो समय बढ़ाया जा सकता है, लेकिन अगर वे (विपक्ष) कोई बहाना बनाकर चर्चा में भाग नहीं लेना चाहते हैं, तो मैं इसे रोक नहीं सकता। हम चर्चा चाहते हैं। हर राजनीतिक दल को अपनी बात रखने का अधिकार है और देश सुनना चाहता है कि संशोधन विधेयक पर किस राजनीतिक दल का क्या रुख है। और यह बात हजारों साल तक दर्ज रहेगी, यह बात रिकॉर्ड में रहेगी कि किसने संशोधन विधेयक का विरोध किया और किसने समर्थन किया। 2 अप्रैल को प्रश्नकाल के तुरंत बाद मैं संशोधन विधेयक को विचार और पारित करने के लिए पेश करना चाहता हूं, उसके बाद हम 8 घंटे की चर्चा के लिए सहमत हुए हैं…”
- उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री जयवीर सिंह ने वक्फ संशोधन बिल पर कहा, “भारत में संवैधानिक व्यवस्थाएं हैं, उन व्यवस्थाओं के अनुसार जो कानून व नियम हैं उन्हें मानना पड़ेगा… वक्फ बोर्ड में स्वयं गरीब मुसलमान भी भुक्तभोगी हैं… इस बिल पर JPC का भी गठन किया गया है। इसके अलावा जब भी बिल पेश होगा, संसद के दोनों सदनों में भी सभी लोग अपनी बात रख सकेंगे… राष्ट्रहित में, जनहित में, कानून के दायरे में और संवैधानिक व्यवस्थाओं के अंतर्गत इस बिल को लाया जा रहा है… यह बिल किसी के विरूद्ध नहीं है लेकिन कुछ नेता व पार्टियां इसे लेकर लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं… लोगों को किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए और सरकार की मंशा को समझना चाहिए…”
- केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने वक्फ संशोधन बिल पर कहा, “यह बिल आम मुसलमानों के पक्ष में है… जानबूझकर विपक्ष उन्हें भ्रमित कर रहे हैं। वक्फ बोर्ड हमेशा से कुछ ही लोगों के हाथों में रहा है, जिसका फायदा गरीब मुसलमानों को नहीं मिलता है। सरकार की मंशा यह है कि वक्फ बोर्ड की संपत्ति का फायदा सभी मुसलमानों को होना चाहिए… इसलिए तमाम मुस्लिम समुदाय के लोगों से मेरा निवेदन है कि यह बिल आपके विरोध में नहीं है
- वक्फ संशोधन विधेयक पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “…वक्फ बिल कल पेश किया जाएगा और हमारा मानना है कि जिस प्रकार से 370 लाया गया था तब भी सब बवाल कर रहे थे लेकिन आज सब 370 को समझ रहे हैं उसी प्रकार से तीन तलाक का मामला था सब कह रहे थे कि ये मुसलमान विरोधी है लेकिन आज इस तीन तलाक से सभी मुस्लिम महिलाएं कितनी सशक्त हुई है ये आज पूरा देश जानता है उसी प्रकार से वक्फ बिल लाया जा रहा है..ये मुसलमान के हित में है… इसलिए हम वफ्फ बिल का समर्थन करेंगे…हम बिल पास करने के लिए तैयार हैं।
- भाजपा सांसद मयंक नायक ने वक्फ संशोधन बिल 2024 पर कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र के साथ सभी को न्याय देने का काम कर रही है… इस बिल के माध्यम से सभी को न्याय मिलेगा… यह बिल ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र पर चल रहा है।”
- ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन और अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ (संशोधन)विधेयक पर कहा, “इस बिल के नाम पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है जो कि सही नहीं है। असहमित होना अलग बात है। हमारा मानना है कि जो भी बिल आए वह वक्फ की समस्त धार्मिक सम्पत्ति के हित में होना चाहिए और सरकार की मंशा भी यही है… जो लोग गुमराह करने का काम कर रहे हैं उनसे मैं यह आग्रह करूंगा कि यह गुमराह करने का समय नहीं है। सब मिलकर एक अच्छी बिल पास करवाएं। यह वक्त की जरूरत है
- वक्फ संशोधन विधेयक पर AAP सांसद संजय सिंह ने कहा, “….आप ये बिल क्या देश में नफरत फैलाने, लोगों का ध्यान महंगाई, बेरोजगारी, अशिक्षा…MSP की गारंटी के मुद्दे से हटाने के लिए ला रहे हैं? आप ये बिल क्यों ला रहे हैं?….बीजेपी ये बिल देश में नफरत फैलाने के लिए ला रही है इस बिल के पीछे बीजेपी का कोई मकसद नहीं है…आज ये बिल वक्फ के खिलाफ आ रहा है कल ये बिल मंदिर,गुरुद्वारा, चर्च के खिलाफ आएगा…इसलिए इसका समर्थन किसी भी धर्म मानने वाले इंसान को नहीं करना चाहिए..”
- वक्फ संशोधन विधेयक पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, “इस बिल को चर्चा का हिस्सा बनने दीजिए और इसमें बहुत सारी खामियां है। जब ये जेपीसी में गया तो जो संशोधन होने चाहिए थे वो नहीं हुए बल्कि और संशोधन हो गए और ये देश जिस तरह से चलता है उसके हिसाब से नहीं है। इस पर जब चर्चा होगी तो बात होगी… ये निश्चित तौर पर देश की धर्मनिरपेक्षता के लिए सही नहीं है।”
- JDU ने और सांसद संजय झा ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा, वक्फ बिल पहली बार नहीं आ रहा है। पहले भी 2013 में संशोधित बिल आया था… सबसे बड़ा दंगा, भागलपुर दंगा कांग्रेस के समय में हुआ था और उसके बाद राजद की सरकार थी। उस दौरान किसी भी पीड़ित को न्याय नहीं मिला था। नीतीश कुमार आए जिसके बाद सबको न्याय मिला… नीतीश कुमार की राजनीति जब तक है लोगों के हितों की रक्षा की जाएगी।
- वक्फ संशोधन बिल पर कांग्रेस सांसद उज्ज्वल रमन सिंह ने कहा, “…सदन इस पर चर्चा करेगा। हम सरकार से कहेंगे कि सभी दलों में सहमति बनाकर, विपक्ष के जो सकारात्मक प्रस्ताव हैं, उन्हें मानते हुए इस बिल को पास किया जाए।”
- JDU नेता अभिषेक झा ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा देश में इससे पहले भी कई बार इस तरह के मामले सामने आए हैं जिसमें विपक्ष ने कंफ्यूजन का फायदा उठाने का प्रयास किया है। कैसे भावनाओं को भड़काया जाए, लोगों के बीच द्वेष फैले और उसका राजनीतिक लाभ विपक्ष के लोगों को मिले यह उनकी(विपक्ष) प्राथमिकता में शामिल है।”
- वक्फ संशोधन विधेयक पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “वक्फ पर हमारा(कांग्रेस) बहुत साफ रुख है। JPC जब बनी थी तो हमने अपने सारे संशोधन रख दिए थे लेकिन वहां उसे माना नहीं गया था। जब यह(वक्फ संशोदन बिल) सदन में आएगा तो हम वैसे ही अपने विचार रखेंगे जैसे JPC में रखे थे।
- वक्फ संशोधन विधेयक पर भाजपा सांसद दामोदर अग्रवाल ने कहा, “पूरा देश प्रतीक्षा कर रहा है कि वक्फ संशोधन बिल शीघ्र से शीघ्र पास हो। कुछ लोग इस बिल को लेकर गफलत फैलाना चाहते हैं। यह बिल वक्फ को मजबूत बनाएगा, पारदर्शिता लाएगा… इसका विरोध राजनीतिक कारणों से हो रहा है जबकि यह बिल मुस्लिम समुदाय की बेहतरी के लिए है।
- वक्फ संशोधन विधेयक पर सपा सांसद राम गोपाल यादव ने कहा, “इस देश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के लिए योजना बनाई गई थी, इसे(वक्फ संशोधन बिल) बनाया गया और जल्दी और जबरदस्ती से इसे JPC में पास करवाया गया। विपक्ष को एक दिन पहले 1000 पन्नों की रिपोर्ट पढ़ने के लिए दी गई थी जिसे पढ़ने का भी मौका नहीं मिला… भाजप जब से सत्ता में आई है उसका उद्देश्य रहा है कि कैसे इस देश में आपसी सद्भाव बिगड़े.
- सपा सांसद आनंद भदौरिया ने वक्फ संशोधन विधेयक बिल से पहले कहां… सपा नेता अखिलेश यादव पहले ही दिन से वक्फ संशोधन बिल को विरोध कर रहे है, हमारे विरोध की वजह से इस बिल को JPC को सौंपा गया हालांकि (JPC में) विपक्ष के जितने भी सदस्य थे उनके संशोधनों और सुझावों को स्वीकार नहीं किया गया। वक्फ बिल को लेकर आम आदमी सड़कों पर निकलकर अपनी बात रखने का प्रयास कर रहा है क्योंकि उसे लग रहा है कि सदन में उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है। कहीं न कहीं भाजपा की निगाह इस देश की बेशकीमती वक्फ जमीनों पर है, जिस पर वे(भाजपा) कब्जा करके अपने उद्योगपति मित्रों को सौंपना चाहती है…”
- ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर JPC के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, कल ईद में जिस तरह से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) ने काली पट्टी बांधकर विरोध करने के लिए कहा.ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने पवित्र रमजान के महीनें को भी इबादत की जगह सियासत बना दिया. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू कह रहे हैं कि हम(सत्ता पक्ष) वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं, विपक्ष के मंत्री सदन में आएं और चर्चा करें. यह लोग कहीं न कहीं देश में अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं.सरकार साफ कह रही है कि वक्फ के लिए एक बेहतर और पारदर्शी कानून लाया जाएगा… यदि व्यवस्थाओं को ठीक करने का काम किया जा रहा है फिर भी देश में विरोध क्यों बढ़ रहा है?
- वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा, “…यदि अल्पसंख्यकों को और ज्यादा पीछे की ओर धकेला जाएगा तो उनमें एकाकीपन आएगी जिससे कट्टरता और दूसरे सवाल बढ़ेंगे… यह और कुछ नहीं बल्कि उनकी(केंद्र सरकार) हठधर्मिता है और इस हठधर्मिता का नतीजा इस देश के सौहार्द को भुगतना पड़ेगा। जब सौहार्द नहीं रहेगा तो भारत का विकास भी कुप्रभावित होगा। हमारा जो भारत को महान बनाने का लक्ष्य है, उससे हम थोड़ा और पीछे हट जाएंगे।
- वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बयान पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा, “कहां बहस और चर्चा की बात हो रही है या किस लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का या संसदीय प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है? (सदन में) नेता प्रतिपक्ष को बोलने नहीं दिया जा रहा है, माइक बंद कर दिए जाते हैं… सारी संसदीय परंपराओं को ध्वस्त किया जा रहा है… विपक्ष को अपनी आवाज उठाने की अनुमित ही नहीं है।”