भारत के जेवलिन थ्रोअर एथलीट नीरज चोपड़ा 90 मीटर थ्रो कर इतिहास रच दिया है। उन्होंने दोहा डायमंड लीग 2025 में 90. 23 मीटर का थ्रो करके 90 मीटर की बाधा को पार कर लिया है। उन्होंने 90.23 मीटर का थ्रो किया और दूसरे स्थान पर रहे। अपने करियर में उन्होंने पहली बार इस आंकड़े को छुआ। हालांकि, जर्मनी के जूलियन वेबर ने नीरज से ज्यादा दूर भाला फेंककर वह पहले स्थान पर विराजमान रहे।
नीरज ऐसा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। उन्होंने अपने करियर का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है। बता दें नीरज ने यह कामयाबी शुक्रवार रात को दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर भाला फेंककर हासिल की। नीरज पिछले 8 साल से 90 मीटर भाला फेंकने का प्रयास कर रहे थे। इस प्रतियोगिता में जर्मनी के एथलीट जूलियन वेबर ने अंतिम राउंड में 91 से अधिक मीटर की शानदार थ्रो करके नीरज के 90.23 मीटर थ्रो को पीछे छोड़ दिया और पहला स्थान हासिल किया। नीरज ने 90.23 मीटर की दूरी तय करके नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया (जो इससे पहले उन्होंने 2022 की स्टॉकहोम डायमंड लीग में 89.94 मीटर फेंक कर बनाया था). यह उपलब्धि उन्हें भारतीय खेलों के शीस पर पहुंचा देती है.
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नीरज चोपड़ा के सबसे बेहतरीन जेवलिन थ्रो
नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2025 में 90. 23 मीटर का थ्रो करके 90 मीटर की बाधा को पार कर लिया है। उन्होंने 90.23 मीटर का थ्रो किया और दूसरे स्थान पर रहे। अपने करियर में उन्होंने पहली बार इस आंकड़े को छुआ। तोक्यो ओलंपिक के गोल्डन बॉय नीरज से पिछले लगभग 5 सालों से उम्मीद थी कि वह 90 मीटर के मार्क को हासिल कर लेंगे और आज वह ऐतिहासिक दिन आ गया।
नीरज ने अपने करियर की शुरुआत युवा स्तर पर शानदार तरीके से की थी. उन्होंने 2016 में साउथ एशियन और वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया, एशियन अंडर-20 चैंपियनशिप में रजत पदक जीता, और 2017 में एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया. हालांकि उनका पहला बड़ा ब्रेक 2018 के गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में आया था, जहां उन्होंने 86.47 मीटर की थ्रो से भारत के पहले भाला फेंक स्वर्ण पदक विजेता बनने का गौरव हासिल किया.
लेकिन नीरज को जो असली नाम और पहचान मिली, वह 2021 मे खेले गए टोक्यो ओलंपिक था. 7 अगस्त के उस ऐतिहासिक दिन उन्होंने 87.58 मीटर की थ्रो की और भारतीय खेल इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करवा लिया. इसके बाद तो विज्ञापनों, एंडोर्समेंट्स, मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया पर लोकप्रियता की बाढ़ आ गई, लेकिन नीरज की ‘चैंपियन ज़ोन’ इससे नहीं डिगी. इसके बाद 2022 में अमेरिका के यूजीन में हुई वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज ने 88.13 मीटर की थ्रो से रजत पदक जीता और देश का सिर उंचा किया आपको बता दें ऐसा करने वाले पहले नी
भारतीय पुरुष बने. 2023 उनके लिए शानदार वर्ष रहा. बुडापेस्ट में 88.17 मीटर की थ्रो के साथ वह वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाले नीरज पहले भारतीय एथलीट बने. इसी साल उन्होंने एशियन गेम्स (hangzhou) में भी अपना खिताब बचाया. 2024 के पेरिस ओलंपिक में नीरज से स्वर्ण पदक की उम्मीद थी, लेकिन चोटों से जूझने के बावजूद उन्होंने 89.45 मीटर की एकमात्र वैध थ्रो से रजत पदक जीता।