मेरठ मे सौरभ हत्याकांड के बाद लोगो में खौफ बना हुआ है, इस वारदात के बाद कई ऐसे कई सामने आ चुकी है जिसे सुन सभी हैरान रह गए है, ऐसे में मेरठ की एक और खूनी वारदात ने लोगो को हैरान कर दिया है, इस वारदात में अब एक नया खुलासा सामने आया है।
दरअसल गुरुवार को मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के बहादरपुर गांव में रजवाहे में एक सिर कटी छात्रा की लाश मिली। शव में सिर्फ धड़ था, उसका सिर नहीं था। सिर न होने की वजह से पुलिस को पहचान करने में काफी समस्या हुई, लेकिन शव की जेब में एक पर्ची मिली, इस पर्ची ने पुलिस का सारा काम आसान कर दिया। उस पर्ची में एक मोबाइल नंबर लिखा था। शायद छात्रा को कुछ अनहोनी की आशंका थी। इसलिए उसने यह पर्ची अपनी जेब में रखी। पर्ची में नंबर मिलने पर पुलिस ने उस पर फोन किया। यह नंबर एक किशोर का था, उसी की मदद से दादरी गांव निवासी 17 वर्षीय आस्था उर्फ तनिष्का के रूप में हुई।
पुलिस जब आरोपियों तक पहुंची तो हत्या के मामले का बड़ा खुलासा हुआ। आस्था की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसे जन्म देने वाली मां और भाई ने की थी। पुलिस पूछताछ में आरोपी मां ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आस्था कि हत्या के बाद उसकी मां ने अपने फौजी पति को फोन किया था। फौजी पिता ने ही बेटी के शव को ठिकाने लगाने का षड्यंत्र रचा था। फौजी पिता CRPF में छत्तीसगढ़ में तैनात है।
वारदात के बाद महरौली निवासी मामा कमल सिंह, समर सिंह, ममेरे भाई मंजीत उर्फ मोनू पुत्र कमल सिंह, मौसेरे भाई गौरव निवासी लडपुरा हापुड़ ने दरांती से गर्दन काटकर धड़ को बहादरपुर रजबहे और कटे हुए सिर को जानी गंगनहर में फेंक दिया था। पुलिस ने मां, दोनों मामा और ममेरे भाई को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस मामले में 14 साल के एक नाबालिग को भी पकड़कर बाल सुधारगृह भेजा गया है।