भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर पर अपनी भूमिका को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर चौंकाने वाला दावा किया है. दरअसल ट्रम्प गुरुवार को 5 दिन बाद भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर कराने के बयान से यू -टर्न कर लिया हैं। उन्होंने कहा कि मैंने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता नहीं कराई, लेकिन मैंने मदद की है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने पाकिस्तान और के साथ कोई मध्यस्थता नहीं कराया है लेकिन इस संघर्ष विराम को लेकर उन्होंने मदद जरूर की है. इससे पहले उन्होंने कहा था कि व्यापार को लेकर पाकिस्तान और भारत पर दवाब डालकर संघर्ष विराम के लिए राजी किया। उनके इस बयान के बाद पर भारत में राजनीतिक घमासान तेज हो गया था. विपक्ष दलों का आरोप था कि नरेंद्र मोदी सरकार ने अमेरिका के दबाव में आकर सीजफायर का फैसला किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने 5 दिन बाद गुरुवार को कतर की राजधानी दोहा में एक कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा भारत और पाकिस्तान को लेकर खुल कर बात कि और बताया दोनो देशों के बीच हालात बेहद तनावपूर्ण हो चुके थे. मिसाइलों की भाषा में बात होने वाली थी. इसीलिए उन्होंने दोनों देशों से बात कर माहौल शांत करवाया. ट्रम्प ने कहा, ‘मैं ये नहीं कहता कि ये मैंने किया, लेकिन ये पक्का है कि पिछले हफ्ते भारत-पाकिस्तान के बीच जो हुआ, मैंने उसे सैटल करने में मदद की। भारत-पाकिस्तान के बीच और भी भयावह हो सकता था। दोनों देशों ने अचानक मिसाइल दागना शुरू कर दिया और हमने सब सैटल कर दिया।
ट्रम्प ने मंगलवार को सऊदी अरब की यात्रा के दौरान दावा किया था कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच सफलतापूर्वक ऐतिहासिक संघर्ष विराम कराया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने गत शनिवार को दो बार यह दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम उन्होंने करवाया। इसके बाद सोमवार को तीसरी बार उन्होंने दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु संघर्ष को रोकने में उनकी सरकार ने मध्यस्थता की और लाखों लोगों की जान बचाई। बता दें कि ट्रंप इस समय पश्चिम एशिया के चार दिवसीय दौरे पर हैं।
अभी तक ट्रंप ने क्या कुछ कहा?
ट्रम्प ने 10 मई को दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का ऐलान किया था। कहा था,’ मुझे यह ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि अमेरिका की मध्यस्थता में एक लंबी बातचीत के बाद पाकिस्तान और भाारत पूर्ण और तत्काल सीजफायर पर सहमत हो गए हैं। दोनों देशों को समझदारी दिखाने के लिए बधाई। उसके एक दिन बाद बोल मुझे पाकिस्तान और भारत की मजबूत लीडरशिप पर बहुत गर्व है, जिन्होंने ताकत, समझदारी और हिम्मत दिखाकर यह फैसला लिया कि अब मौजूदा तनाव को रोकने का समय है। ट्रम्प ने कहा, मुझे यकीन है कि यह सीजफायर स्थायी होगा। 13 मई-दोनों देशों के बीच सीजफायर में मध्यस्थता के लिए मैंने काफी हद तक बिजनेस का इस्तेमाल किया। मैंने भारत-पाक से कहा कि चलो दोस्तों, एक डील करते हैं। कुछ बिजनेस करते हैं। मैं विभाजन नहीं, एकता चाहता हूं। मुझे युद्ध पसंद नहीं है। शायद हम उन्हें थोड़ा साथ ला सकें। जहां वे बाहर जाकर एक साथ अच्छा खाना खा सकें। उस लड़ाई में लाखों लोग मारे जा सकते थे, जो दिनों दिन बड़ी होती जा रहा थी।