चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन से हो चुकी है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी बुधवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इसके साथ ही गंगोत्री में 1 हजार से ज्यादा और यमुनोत्री में 3 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहले दिन दर्शन के लिए पहुंचे हैं। इस दौरान पूरा धाम हर-हर गंगे के जयकारों से गूंज उठा।
बता दें पीएम मोदी के नाम से धाम में पहली पूजा की गई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धाम पहुंच कर मां गंगा के दर्शन किए। और आशीर्वाद लिया, इस दौरान पूरा धाम हर-हर गंगे के जयकारों से गूंज उठा। उधर यमुनोत्री धाम जाने के लिए भक्तों का रेला निकलने लगा है। इस साल चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट भी जल्द ही खुलेंगे।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने देशवासियों को चारधाम यात्रा की बधाई दी। कहा की सुगम यात्रा के लिए सभी प्रकार की तैयारी हो चुकी है। वहीं संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के लिए भी लगातार सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। सीएम धामी ने पोस्ट करते हुए लिखा आज अक्षय तृतीया की पावन तिथि पर श्री गंगोत्री धाम एवं श्री यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा-2025 का शुभारंभ हो चुका है। चारधाम यात्रा हेतु उत्तराखण्ड आने वाले सभी श्रद्धालुओं का प्रदेश सरकार की ओर से हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। सभी श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं और सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
गंगोत्री में 1 हजार से ज्यादा और यमुनोत्री में 3 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहले दिन दर्शन के लिए पहुंचे। सबसे पहले आज सुबह मां गंगा की डोली मुखबा से गंगोत्री धाम पहुंची। मां गंगा की डोली को फूलों से सजाया गया था। राजपूताना राइफल्स के बैंड की धुनों के बीच गंगा की पूजा-अर्चना की गई। इसी दौरान हेलिकॉप्टर से मंदिर पर फूल बरसाए गए। बता दें गंगोत्री के बाद यमुनोत्री धाम के कपाट सुबह 11:55 बजे खोले गए। इससे पहले यमुना की उत्सव डोली यमुनोत्री धाम पहुंची। इससे पूर्व सुबह आठ बजे देवी यमुना की चल विग्रह उत्सव डोली ने अपने बड़े भाई शनिदेव की अगुआई में शीतकालीन गद्दीस्थल खरसाली से 10,804 फीट की ऊंचाई पर स्थित यमुनोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया। पूजा-अर्चना के बाद यमुनोत्री के कपाट खोले गए। जानकारी के मुताबिक गंगोत्री-यमुनोत्री के बाद अब 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे।
चारधाम यात्रा शूरू
आपको बता दें चारधाम यात्रा का शुभारंभ गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुआ। सुबह करीब 10 बजे गंगोत्री धाम के कपाट 6 महीनों के लिए खोल दिए गए हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंगोत्री धाम पहुंचकर पीएम मोदी के नाम से सबसे पहले पूजा की। कपाटोद्धघाटन के मौके पर भारी संख्या में भक्त यहां पहुंचे थे। मंदिर के कपाट खोलते ही जय मां गंगे के जयकारों से पूरा गंगोत्री धाम गूंज उठा। अब आने वाले 6 महीनों तक माता गंगा के भक्त यहां मां गंगा के दर्शन करने आ सकते हैं।
दर्शन के नियम
चारधाम यात्रा के दौरान आपको मंदिर में देवी-देवताओं के दर्शन के दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान आपको मन में भक्ति भाव रखना चाहिए और सात्विक भोजन दर्शन से पहले और दर्शन के बाद करना चाहिए। इसके साथ ही मोबाइल का इस्तेमाल भी न करें। वीडियो और फोटो खींचने से बेहतर होगा कि आप मंत्रों या देवी-देवताओं के नामों का जप करें। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मूर्ति के दर्शन करते समय उसके बहुत अधिक निकट जाने से भी आपको बचना चाहिए। इसके साथ ही स्थानीय रीति रिवाजों का भी आपको ख्याल रखना होगा।