पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढता ही जा रहा है। भारत की ओर से सिंधु नदी के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाया है, भारत ने पाकिस्तान से आने वाली सभी चीजों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यह फैसला तत्काल प्रभाव से लागू हो चुका है। पहले से ही सीमित व्यापारिक रिश्ते अब पूरी तरह से बंद हो जाएंगे। इस कदम से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भारी असर पड़ेगा।
भारत वाणिज्य मंत्रालय ने पडोसी मुल्क पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार ने शनिवार को नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें कहा गया कि इस बैन से किसी को छूट चाहिए तो सरकार से परमिशन लेनी होगी। इस बीच, मध्य प्रदेश के जबलपुर और महाराष्ट्र के चंद्रपुर की ऑर्डनेंस फैक्ट्री में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मैनेजमेंट ने कर्मचारियों से कहा कि यह मुश्किल वक्त है, राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए काम नहीं रुकना चाहिए।
2 मई को अधिसूचना जारी की गई जिसके अनुसार विदेश व्यापार नीति- एफटीपी 2023 में संशोधन किया गया। इसमें नए प्रावधान के रूप को जोड़ा गया है। अधिसूचना में बताया गया कि पाकिस्तान से आने वाले या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों के डायरेक्ट या इनडायरेक्ट आयात पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। यह तत्काल प्रभाव से और साथ ही अगले आदेश तक के लिए लागू कर दिया गया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने कहा कि यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लगाया गया है। प्रतिबंध के किसी भी अपवाद के लिए भारत सरकार की विशेष मंजूरी की जरूरत होगी।
जम्मू-कश्मीर मे 22 अप्रैल को हुए पहलगाम की बैसरन घाटी के बीचों-बीच हुए भयानक आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। आतंकियों ने नाम और धर्म पूछकर लोगो को मौत के घाट उतारा था इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट टीआरपी (TRF) ने ली थी, हालांकि बाद में उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से इनकार किया। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और इसके जवाब में कई कड़े कदम उठाए, जिनमें सिंधु जल समझौता निलंबित करना, अटारी-वाघा सीमा बंद करना, और पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित करना शामिल है। भारत ने साफ कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक वह अपने कड़े रुख को जारी रखेगा। इस बीच, भारतीय सेना को आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए खुली छूट दी गई है, और सुरक्षा बलों ने कश्मीर घाटी में अपनी कार्रवाइयों को और तेज कर दिया है। पहलगाम हमले के बाद भारत के इस ताजा कदम ने दोनों देशों के बीच तनाव को और गहरा कर दिया है। दुनिया की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि क्या यह तनाव युद्ध के मुहाने तक पहुंचेगा या कूटनीतिक प्रयासों से इसे थामा जा सकेगा।