[Edited By: Admin]
Tuesday, 18th June , 2019 12:59 pmयूपी के बिहार में बच्चों की मौत का सिलसिला जारी है। मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या सरकारी अस्पतालों में तेजी से बढ़ती जा रही है। मस्तिष्क ज्वर (चमकी बुखार, दिमागी बुखार, जापानी इंसेफलाइटिस, नवकी बीमारी) एक गंभीर बीमारी है। इसका समय रहते इलाज होना चाहिए। यह बीमारी अत्यधिक गर्मी एवं नमी के मौसम में फैलता है। 1 से 15 साल की उम्र के बच्चे इस बीमारी से ज्यादा प्रभावित होते हैं।
- बच्चे को खाली पेट लीची न खिलायें
- अधपके अथवा कच्चे लीची को खाने से बचें
- बच्चे को कंबल अथवा गर्म कपड़ों में न लपेटें
- बच्चे की नाक न बंद करें
- बच्चे की गर्दन झुकाकर न रखें
- मरीज के बिस्तर पर न बैठे साथ ही ध्यान रखें की मरीज के पास शोरगुल न हो
- अगर आपके बच्चे में चमकी बीमारी के लक्षण दिखें तो सबसे पहले बच्चे को धूप में जाने से बचाएं
- बच्चा तेज धूप के संपर्क में न आने पाए
- बच्चों को दिन में दो बार स्नान कराएं
- गर्मी के दिनों में बच्चों को ओआरएस अथवा नींबू-पानी-चीनी का घोल पिलाएं
- रात में बच्चों को भरपेट खाना खिलाकर ही सुलाएं।