[Edited By: Admin]
Tuesday, 25th June , 2019 03:27 pmबहुत से लोग तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते हैं और हम सभी ने अपने बड़े-बुजुर्गों को भी यही कहते सुना होगा कि तांबे के बर्तन का पानी पीना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। तांबा यानि कि कॉपर, तांबे के बर्तन में रखे पानी पीने से आपके शरीर में कॉपर की कमी पूरी होती है। क्योंकि कॉपर की कमी से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है, इससे हडि्डयों में कमजोरी के साथ बाल और त्वचा पर भी प्रभाव पड़ता है। तांबे में मौजूद कॉपर आपके शरीर की बीमारियों से भी रक्षा कर, आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। तांबे की अंगूठी पहनने से भी आपको कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
जानिए उनके बारे में...
तांबे की अंगूठी पहनने के कई फायदे होते हैं। तांबे को सूर्य और मंगल का धातू कहा जाता है। तांबे के लोटे से सूर्य को पानी भी चढ़या जाता है। इसके अलावा तांबे का पूजा-पाठ में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसी प्रकार तांबे की अंगूठी पहनने के भी बहुत से फायदे हैं। तांबे की अंगूठी पहनने से आपके शरीर को रोगाणुओं से लड़ने में मदद मिलती है साथ ही इसमें मौजूद कॉपर की वजह से वास्तु दोष से छुटकारा पाने में भी मदद मिलती है।
तांबे की अंगूठी पहनने से यह शरीर के दर्द के साथ पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार है। इसके अलावा यह पाचन को सही रखने के अलावा पेचिश की समस्या को दूर करने के लिए तांबे की अंगूठी पहनना फायदेमंद है। तांबे की अंगूठी पहनने से आपकी एसिडिटी व पेट की समस्याएं नहीं होंगी।
आजकल के बदलते लाइफस्टाइल के चलते ज्यादातर लोग तनाव की समस्या से परेशान हैं। ऐसे में यदि आप तांबे की अंगूठी पहनते हैं, तो यह शरीर के लिए शीतलक मानी जाती है। यह शरीर की गर्मी को कम करने के साथ आपके गुस्से पर नियंत्रण रखने में फायदेमंद है। तांबे की अंगूठी पहनने से मन शांत रहता है और गुस्से को कम किया जा सकता है। इसलिए जिन लोगों को तनाव की समस्या है और बात-बात पर गुस्सा जल्दी आता है, उन्हें तांबे की अंगूठी पहननी चाहिए।
तांबे की अंगूठी पहनने से आपकी ब्लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से होता है और तांबा रक्त को शुद्ध करने में मदद करता है। तांबे की अंगूठी पहनने से वह लगातार शरीर के संपर्क में रहता है। जिससे शरीर को इसके औषधीय गुण मिलते हैं और रक्त को शुद्ध करने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करता है। तांबे की अंगूठी पहनने से ब्लड सर्कुलेशन की कमी से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं और अर्थराइटिस में भी मदद मिलती है।
तांबे की अंगूठी पहनने से आपका ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है। उच्च रक्तचाप व निम्न रक्तचाप के रोगियों के लिए तांबे की अंगूठी पहनना फायदेमंद है। इसके अलावा यह शरीर की सूजन को भी कम करने में मददगार है।
तांबे की अंगूठी, कड़ा या ब्रेसलेट पहनने से शरीर में कॉपर की कमी नहीं होती है। क्योंकि इसे त्वचा के माध्यम से अवशोषित किया जा सकता है। इसके अलावा तांबे की अंगूठी पहनने से त्वचा और सूर्य से संबंधित सभी रोगों को दूर करने में मदद मिलती है।
तांबे की अंगूठी का सीधा संबंध सूर्य से है। इसलिए तांबे की अंगूठी को सूर्य की उंगली यानि कि रिंग फिंगर (अनामिका) में पहननी चाहिए। इससे कुण्डली से सूर्य के दोष दूर होते हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, तांबे की अंगूठी पहनने से यह त्वचा से रासायनिक क्रिया कर नमक के रूप में त्वचा में प्रवेश करता है और रक्त मे जाकर मिलता है। ऐसे में पॉलिश किया हुआ या कोटेट तांबा काम नहीं करता। इसलिए शुद्ध तांबे की अंगूठी को ही पहनने से ही फायदा मिलता है।
तांबे की अंगूठी पहनने से पहले ज्योतिष की सलाह लें।